कैलास मानसरोवर यात्रा यात्रा अब सिक्किम के रास्ते भी होती है। सिक्किम के रास्ते आठ जत्थे जाते हैं और यात्रावधि 21 दिन होती है। कुमाऊं के रास्ते की यात्रा का धार्मिक महत्व अधिक है। उत्तराखंड में कुमाऊं के रास्ते कैलास मानसरोवर यात्रा अविभाजित उत्तर प्रदेश में 1980 से सरकार के उपक्रम कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा संचालित की जाती है। जून से सितंबर तक होने वाली यात्रा
पिथौरागढ़ जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्रों से होकर गुजरती है। 24 दिन की यात्रा
दिल्ली से शुरू होकर काठगोदाम, अल्मोड़ा, डीडीहाट, धारचूला के गर्भाधार, नजंग, मालपा, बूंदी, गूंजी, कुट्टी, जोलीकांग, नाभी, कालापानी आदि भारतीय व
तिब्बत के पड़ावों से गुजरती हैं। यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन होता है। चार लोगों का समूह भी एकसाथ आवेदन कर सकता है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही भक्तों को यात्रा की अनुमति दी जाती है।