कासर देवी अल्मोड़ा, उत्तराखंड के पास एक गाँव है। यह कसार देवी मंदिर के लिए जाना जाता है, एक देवी मंदिर, जो कसार देवी को समर्पित है, जिसके बाद इस स्थान का नाम भी रखा गया है। मंदिर की संरचना दूसरी शताब्दी ई.पू. स्वामी विवेकानंद ने 1890 के दशक में कासर देवी की यात्रा की, […]
कोटेश्वर महादेव मंदिर उत्तराखंड
कोटेश्वर महादेव मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो शिव को समर्पित है, और उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के केंद्र से लगभग 3 किलोमीटर (3,000 मीटर) की दूरी पर स्थित है, जो अलकनंदा नदी से थोड़ा ऊपर है। यह स्थान उस स्थान के रूप में माना जाता है जहां भगवान शिव ने केदारनाथ के रास्ते पर […]
गर्जिया देवी मंदिर उत्तराखंड
गर्जिया देवी मंदिर कॉर्बेट नेशनल पार्क के बाहरी इलाके में रामनगर, उत्तराखंड, के पास गरजिया गाँव में स्थित एक प्रसिद्ध देवी मंदिर है। यह एक पवित्र शक्ति मंदिर है जहाँ गरजिया देवी पीठासीन देवता हैं। यह मंदिर कोसी नदी में एक बड़ी चट्टान पर स्थित है और यह नैनीताल जिले के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में […]
रतनुवां और पाँजा लोकगाथा
यह लोकगाथा भैसों की लड़ाई करवाये जाने से प्रासंगिक है । रतनुवां और पाँजा दोनों ही अपनी अपनी भैसों का आपस में शक्ति प्रदर्शन करवाते हैं । फलस्वरूप पाँजा रौतेला की भैंसों को इस शक्ति प्रदर्शन में मात खानी पड़ती है, जिस कारण पाँजा रौतेला लज्जित हो जाती है । लेकिन उसके सौंदर्य से मोहित […]
मोतिया-गंगा लोकगाथा
यह गाथा कुमाऊँ क्षेत्र में झोड़ा वर्ग के गीतों के अंतर्गत आती है किन्तु कुछ विद्वानों द्वारा इसका उल्लेख कृषि सम्बंधित गीत गाथाओं के अंतर्गत माना जाता है । कुमाऊँ में सोन की डूँगरी में मोतिया सौन और उसकी रानी गंगा रहते थे । वे निःसंतान थे । उन्होंने देवता के नाम पर प्रत्येक पत्थर […]
देवकी एक लोकगाथा
वीर नारी देवकी की गाथा उसके सतीत्व की अमर कहानी है । इस करुण व रोचक कहानी का आरम्भ फ्रांस व जर्मनी के युद्ध से होता है । देवकी अपने पति की प्रतीक्षा में किस प्रकार अपनी वीरता से अपनी पवित्रता और अखण्डता को बनाये रखती है, पर आधारित यह लोकगाथा है । जर्मनी और […]