- उत्तराखंड सरकार ने “स्कूल चलो अभियान” 1 जुलाई 2001 में आरम्भ किया था ।
- उत्तराखंड पर शासन करने वाला पहला वंश “कुणिंद वंश” था ।
- उत्तराखंड राज्य के गठन की पहली मांग 5,6 जुलाई 1938 में श्रीनगर में कांग्रेस अधिवेशन के दौरान स्थानीय नेताओ ने रखी थी ।
- उत्तराखंड का गांधी – इन्द्रमणि बडोनी
- पहाड़ का गांधी – जसवंत सिंह बिष्ट
- कुमाऊँ का गांधी – देवकीनन्दन
- श्रीयंत्र टापू श्रीनगर में स्थित है ।
- उत्तराखंड अलग राज्य की मांग के बीच हुई चार बड़े घटनाओं के नाम :-
1- खटीमा गोलीकांड
2- मसूरी गोलीकांड
3- रायपुर तिराह काण्ड
4- श्रीयंत्र टापू कांड - कौशिक समिति ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने को उपयुक्त माना था ।
- जैव प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना “पन्तनगर” में की गई है ।
- उत्तराखंड का गढ़केसरी “अनुसूया प्रसाद बहुगुणा” को कहा जाता है ।
- जवाहर लाल नेहरू “पर्वतारोहण संस्थान” उत्तरकाशी में स्थित है ।
- उत्तराखंड में ” कांचुल खर्क” कस्तूरी मृग संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र है ।
- उत्तराखंड सबसे बड़ा हिमनद “गंगोत्री हिमनद” है ।
- गौरा देवी के नाम से उत्तराखंड में “कन्याधन योजना” चलाई जाती है ।
- झोड़ा लोक नृत्य “बागेश्वर” का प्रमुख केंद्र है ।
- उत्तराखंड राज्य का सबसे पुराना वन्यजीव विहार ” गोविंद वन्यजीव विहार है” जो की टोंस नदी के तट पर स्थित है ।
- चिपको आंदोलन उत्तराखंड के चमोली से सम्बंधित है ।
- “हर्बल गार्डन नर्सरी” की स्थापना ऋषिकेश में की गयी है ।
- राज्य की जनसंख्या वृद्धि दर 2001 से 2011 तक 19.17% थी ।
- 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य की साक्षरता दर 79.63% थी ।
- डोला पालकी आंदोलन ” शिल्पकारों(दलितों) से सम्बंधित है ।
- राज्य में हस्तशिल्प “मोस्टा” को उत्पादित करने हेतु कच्चा माल “रिंगाल” है ।
- “थांगला दर्रा” चमोली जिले में स्थित है ।
- “खतलिंग ग्लेशियर” टिहरी जनपद में स्थित है ।
- कालसी टोंस व यमुना नदी के किनारे पर स्थित है ।
- उत्तराखंड का कुल क्षेत्रफल 53483 वर्ग किमी. है ।
- नन्दादेवी राष्ट्रीय उद्यान (चमोली) और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान वर्ष 1988 और 2005 को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किए गए हैं ।
- उत्तराखंड के देहरादून जिले में सर्वाधिक “धान” होता है ।
- गढ़वाल के “चांचरी लोक नृत्य” को कुमाऊँ मेंक्षेत्र में “छोपती” नाम से जाना जाता है ।
- रुद्रप्रयाग के “शुरवदी ताल” को वर्ष 1948 में महात्मा गांधीजी की अस्थियां विसर्जित करने के कारण “गांधी सरोवर ” कहा जाने लगा ।
- फॉरेस्ट स्कूल आफ देहरादून का नाम सन 1884 में बदल कर इम्पीरियम फॉरेस्ट स्कूल कर दिया गया था ।
- गौचर मेला ” आर.वी. बर्नार्ड”(1943) ने प्रारंभ किया था ।
- उत्तराखंड में चाय की खेती सर्वप्रथम “विशप हेबर” ने आरम्भ की थी ।
- ऊपरी गंगा नहर का उदगम स्थान हरिद्वार है ।
- उत्तराखंड के चारों धामो में सर्वाधिक ऊंचाई वाला धाम “केदारनाथ” है ।
- गढ़वाल पुरुष परिधान था :- धोती,कुर्ता और मिरजई ।
- राज्य के एक मात्र भारत रत्न विजेता – G.B. पन्त
- उत्तराखंड को विशिष्ट राज्य का दर्जा – 1 अप्रैल 2001 को मिला ।
- 1 लाख से अधिक आवादी वाले 5 नगर :- हरिद्वार, देहरादून,हल्द्वानी,काठगोदाम व रुड़की ।
- गोरी गंगा “जौलजीवी” में कालीगंगा में मिल जाती है ।
- नन्दराजजात यात्रा 12 वर्ष पर आयोजित की जाती है ।
- टिहरी गढ़वाल में “ढाँडक आंदोलन” मजदूरों से सम्बंधित है ।
- उत्तराखंड उत्थान परिषद का गठन – सोबन सिंह
- राज्य पुष्प ब्रह्मकमल को महाभारत के वनपर्व में “सौगन्धिक पुष्प” नाम से वर्णित किया गया है ।
- टोंस घाटी में “गोविंद वन्यजीव विहार” क्षेत्र में “स्नो लेपर्ड” योजना लागू की गयी ।
- जुड़वा पर्वत के नाम से जाना जाता है नन्दा व सुनन्दा पर्वत को ।
- भारतीय सर्वेक्षण विभाग का मुख्यालय “देहरादून” में स्थित है ।
- उत्तराखंड का वृक्ष मानव “विश्वेसरदत्त सकलानी” को कहा जाता है ।
- सर्वाधिक लिंगानुपात वाले तीन राज्य – अल्मोड़ा,रुद्रप्रयाग और पौड़ी गढ़वाल है ।
- आपना गांव अपना वन योजना उत्तराखंड में लागू की गयी है ।
- होलदार,माया सरोवर,चाँद और औरतों का शहर जैसे उपन्यासों के लेखक “शैलेश मटियानी” हैं ।
- “मासर ताल” को भाई बहन ताल भी कहा जाता है ।
- उत्तराखंड की पौराणिक गाथाओं को ” जागर” कहा जाता है ।
- उत्तराखंड में लगभग 500 प्रकार की जड़ी बूटियां पाई जाती हैं ।
- “अल्मोड़ा अखवार” का प्रकाशन 1871 में शुरू किया गया था ।
- “रवांई काण्ड” – तिलाड़ी( टिहरी) में हुआ था ।
- “गढ़वाल पेन्टिंग्स” पुस्तक के लेखक “मुकुन्दी लाल” हैं ।
- उत्तराखंड में लोक कला संस्थान की स्थापना “अल्मोड़ा” में की गई है ।
- उत्तराखंड का सबसे कम लिंगानुपात वाला जिला “हरिद्वार” है ।